राजधानी भोपाल के छोटे तालाब में तक़रीबन 30 लाख रुपये की एक्सपायरी दवा फेंके जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में बीएमसी भोपाल ने पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करा दी हैं।
(Bhopal Expiry Medicine Case) दूसरी तरफ पूरे मामले की जाँच भी औषधि विभाग द्वारा की जाएगी। बताया जा रहा है की बैच नंबर के आधार पर अज्ञात आरोपियों की तलाश की जाएगी।
दरअसल तालाब में दवाई फेंके जाने की सूचना मिलने के बाद ड्रग इंस्पेक्टर की अगुवाई में बीते सोमवार को करीब चार कार्टन एक्सपायरी दवाई दवा छोटे तालाब से बरामद की गई थी।
इन दवाओं की कीमत तीस लाख रुपये आंकी गई थी। सभी दवाओं का बैच नंबर कर्मियों द्वारा दर्ज कर लिया गया था। वही निगम ने गन्दगी फ़ैलाने को लेकर एक एफआईआर दर्ज कराई थी।
मामले में महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया था। बरामद दवाओं में सीरप, एंटीबायोटिक और टेबलेट्स शामिल है। बीएमसी ने इस मामले में कहा है की दवा फेंके जाने से तालाब प्रदूषित हुआ है।
इससे न सिर्फ आम लोगों को निस्तारी में समस्या आएगी बल्कि जलीय जीव-जंतुओं को भी गहरा नुकसान पहुंचेगा।
(Bhopal Expiry Medicine Case) फिलहाल औषधि विभाग दवाओं के बारे में जानकारी जुटाकर इसे फेंकने वालों की पहचान करने में जुट गया है।
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