यूपी नगर निकाय चुनाव संपन्न हो गया। निकाय परिणाम कई जिलों में चौंकाने वाले रहे हैं। उत्तर प्रदेश के रामपुर नगरपालिका परिषद का रिजल्ट भी कुछ ऐसा ही रहा है।
आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार सना खानम ने रामपुर नगरपालिका परिषद अध्यक्ष के पद पर जीत दर्ज कर एक अलग ही माहौल बना दिया है।
हालांकि, इस जीत में सना खानम के पति ममून शाह की भूमिका बड़ी है। दरअसल कांग्रेस की लंबे समय तक सेवा करने वाले मामून शाह खां पार्टी के टिकट से पालिकाध्यक्ष का चुनाव लड़ने का सपना सजोए हुए थे।
लेकिन ऐन वक्त पर पार्टी ने टिकट नहीं दिया। नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत में रामपुर सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई। चूंकि मामून शाह खां कुंवारे थे,
लिहाजा उनहोंने आनन-फानन में निकाह की रस्म अदायगी कर सना खान को अपनी शरीके हयात बना लिया। दूसरे दिन कांग्रेस का दामन छोड़ अपनी नई नवेली दुल्हन के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल होने की घोषणा कर दी।
आप ने भी पूर्व घोषित प्रत्याशी का टिकट काटकर सना खान को अपना प्रत्याशी बनाया। नामजदगी कराने के बाद नई नवेली दुल्हन और उनके शौहर मामून शाह खां ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया।
शहर की आवाम ने भी नई नवेली दुल्हन को मुंह दिखाई में चेयरमैन की कुसी दे दी। सपा प्रत्याशी फात्मा जवीं पांच साल चेयरमैन रहीं।
इससे पहले उनके पति अजहर खां चेयरमैन रहे थे। लेकिन, आवाम ने सपा और सत्ता पक्ष की उम्मीदवार को दर किनार कर अपना फैसला सुना दिया। आवाम के इस फैसले की हर तरफ तारीफ हो रही है।
Menu