कर्नाटक में हार के साथ ही भारतीय जनता पार्टी का दक्षिण भारत से पूरी तरह सफाया हो गया है। इस जबरदस्त जीत में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को अहम माना जा रहा है। दरअसल, राज्य के जिन जिलों से होकर भारत जोड़ो यात्रा गुजरी, वहां भाजपा औंधे मुंह गिरी।
यूं तो कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी है, लेकिन सबसे ज्यादा बीजेपी जिन सीटों पर किरकिरी हो रही है, उनमें वो सीटें शामिल हैं जहां से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा गुजरी।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने बताया कि कर्नाटक में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सात जिलों के 20 विधानसभा सीटों से होकर गुजरी थी। इनमें 15 सीटों पर कांग्रेस ने बाजी मार ली है। जबकि 2018 में इन 20 सीटों में केवल 5 ही कांग्रेस के खाते में आई थी।
खास बात ये है कि इन 20 विधानसभा क्षेत्रों में से महज 2 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं जेडीएस 3 सीटों पर जीती है। सियासी जानकार भी इस जीत में राहुल की मेहनत और भारत जोड़ो यात्रा को अहम कड़ी बता रहे हैं, क्योंकि इस यात्रा के दौरान राहुल जिन राज्यों से गुजरे उनमें ये पहला चुनाव है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक राहुल की भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक में 21 दिन चली और 7 जिलों से गुजरी। इन सात जिलों में कुल 48 विधानसभा सीटें हैं। जिनमें से 20 सीटों को राहुल ने कवर किया। लेकिन इन पूरे 48 सीटों की बात करें तो इनमें से 32 सीटें कांग्रेस ने जीत ली है। यानी भारत जोड़ो यात्रा की रूट वाले जिलों में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 66 फीसदी है।
बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन 7 जिलों की 48 विधानसभा सीट में से सिर्फ 15 पर जीत दर्ज की थी। वहीं बीजेपी ने 17, जेडीएस ने 14 और अन्य ने 2 सी