मुज़फ्फरनगर- ग्राम बिरालसी में महाराणा प्रताप स्मारक पर आज हवन पूजन करके महाराणा प्रताप जयंती बड़ी ही श्रद्धा भक्ति के वातावरण में मनाई गई। ब्रह्मचारी आचार्य मृगेंद्र ने वेद के पवित्र मंत्रों से पूर्ण विधि-विधान पूर्वक वेद के पवित्र मंत्रों से पूर्ण विधि-विधान पूर्वक वेद पाठ करके यज्ञ संपन्न कराया और सभा में उपस्थित सभी से किसी भी जाति के हिंदू से घृणा न करने का संकल्प कराया।
महाराणा प्रताप स्मारक के संस्थापक स्वामी यशवीर महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हिंदू समाज ने महापुरुषों को जातिवाद में बांट दिया है और प्रत्येक महापुरुष को जातिवादी मानसिकता के रूप में स्मरण किया जाता है जबकि यह जातिवादी विचारधारा महापुरुषों के लिए घोर अन्याय हैं क्योंकि महापुरुष एक जाति के नहीं बल्कि समस्त समाज के होते हैं, उन्हीं में से महाराणा प्रताप भी समस्त समाज के सिरमौर महायोद्धा आदर्श पुरुष चरित्रवान ईश्वर भक्त सनातन संस्कृति के रक्षक राष्ट्रवादी जाति विरोधी आदि गुणों से भरपूर भारत के युगपुरुष महायोद्दा थे।
जिन्होंने अपने पूर्वजों एवं भारत माता के सम्मान की रक्षा के लिए सिर पर कफन बांध कर प्राण हथेली पर रखकर घास की रोटियां खा कर मुगल बादशाह अकबर के समक्ष न झुककर बल्कि हल्दीघाटी के युद्ध में टक्कर देकर और उसे हरा कर सनातन धर्म की रक्षा करके भारत माता के मस्तक को ऊंचा किया। ऐसे महान योद्धा महाराणा प्रताप से प्रेरणा लेकर आज के नेताओं को भारत की सनातन संस्कृति की रक्षार्थ एवं अखंड भारत के निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए। वेद के मंत्रों की कार्यक्रम संपन्न कराया गया, महाराणा प्रताप के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
यजमान मास्टर लोकेश कुमार ग्राम प्रधान बिरालसी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ठाकुर विनोद प्रधान रोनी हर्जीपुर ने की। संचालन ठाकुर राजा सिंह ने किया। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने महाराणा प्रताप की मूर्ति पर पुष्प वर्षा की। कार्यक्रम में प्रभात, शुभम, रजत, आकाश, योगेश, राकेश, कमल पुण्डिर, आकर्षण, अक्षय, अश्वनी, अभय, राकेश पुंडीर, बृजेश, अरविंद, पंकज, मानसिंह, अनुज राणा, परमजीत राणा, मनोज सिसोदिया, सुधीर कुमार आदि उपस्थित रहे।।