गैर-वित्तपोषित लोगों को आसान कर्ज मुहैया कराने के उद्देश्य से शुरू की गई मुद्रा योजना के तहत अब तक बैंक और वित्तीय संस्थान 40.82 करोड़ लाभार्थियों को 23.2 लाख करोड़ रुपये के कर्ज बांट चुके हैं। महिला उद्यमियों को ज्यादा कर्ज ज्यादा मिला है। ये आंकड़े 24 मार्च, 2023 तक के हैं।
आठ अप्रैल, 2015 को गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि क्षेत्र के छोटे एवं सूक्ष्म-उद्यमियों को 10 लाख रुपये तक के आसान जमानत-मुक्त माइक्रो-क्रेडिट की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना यानि पीएमएमवाई की शुरुआत हुई थी।
मुद्रा योजना की तारीफ प्रधानमंत्री मोदी ने भी की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, इस योजना ने वित्त पोषण से वंचित लोगों का वित्त पोषण करने और असंख्य भारतीयों के लिए सम्मानित जीवन के साथ-साथ समृद्धि सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आज जब हम इस योजना के आठ वर्ष पूरे कर चुके हैं, ऐसे में मैं उन सभी लोगों के उद्यमशीलता भरे उत्साह को सलाम करता हूं जो इससे लाभान्वित हुए।