राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर हैं। राजधानी भोपाल में आज चौथे दिन भी कांग्रेस का प्रदर्शन देखने को मिला।
सोमवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस एससी एसटी विंग के कार्यकर्ता बीजेपी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे। इस दौरान पुलिस ने करीब 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर सभा के बाद कांग्रेसजनों ने सीएम हाउस घेराव के लिए कूच किया। हालांकि, भारी तादात में मुस्तैद पुलिस ने रेडक्रॉस अस्पताल के सामने बैरिकेट लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका।
इस दौरान कई बार कांग्रेस जनों और पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई। उग्र होते प्रदर्शन को देख पुलिस ने आंदोलनकारियों पर बलप्रयोग करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने संबोधन में कहा कि केंद्र में मोदी और प्रदेश में शिवराज लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। प्रजातंत्र की रक्षा के लिए हम आंदोलन जारी रहेंगे। संसद में राहुल गांधी और एमपी विधानसभा में जीतू पटवारी बीजेपी की साजिश का शिकार हुए।
कमलनाथ की पीठ पर वार कर शिवराज ने प्रदेश सत्ता हासिल की है। यही कारण है कि चुनावों में हार का बदला एससी-एसटी, ओबीसी और आदिवासी वर्ग से लिया जा रहा है।
सुरेश राजे ने आगे कहा कि विधानसभा में भी आदिवासी नेताओं को बोलने नहीं दिया जाता। जब-जब पिछड़ों की आवाज उठाई जाती है तब-तब माइक बंद कर दिया जाता है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश की जेलों में बंद आदिवासियों की संख्या आनुपातिक रूप से सर्वाधिक है।