हरदोई: उत्तर प्रदेश में आज से यूपी बोर्ड की दसवीं और बारवीं की बोर्ड परीक्षाएँ शुरू हो गई है।बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए जनपद में धारा 144 को लागू कर दिया गया है।परीक्षा केंद्रों के बाहर पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को लगाया गया है।जनपद में नक़ल रोकने के लिये भी काफ़ी बंदोबस्त किए गए है।बोर्ड परीक्षा के पहले ही दिन नक़ल माफ़ियाओ ने प्रशासन को चुनौती दे डाली है।आज प्रथम पाली में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो लोगो गिरफ़्तार किया है।पुलिस हिरासत में आये दो लोगो में एक लोग दूसरे परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा था जबकि दूसरा पर्चीय लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुँचा था।दोनों ही मामलो में पुलिस को केंद्र संचालकों द्वारा तहरीर दी गई है।पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जाँच में जुट गई है।
दोनों युवकों पर दर्ज हुआ मुक़दमा
बिलग्राम के बाबा मंशानाथ इंटर कॉलेज के गेट प्रथम पाली में हिंदी परीक्षा शुरू होने जा रही थी। परीक्षार्थियों की भीड़ गेट पर लगी हुई थी।शिक्षा विभाग के कर्मी तलाशी और परीक्षार्थियों का मिलान कर रहे थे, इसी बीच एक युवक किसी दूसरे का प्रवेश पत्र लिए मिला। जब उससे आधार कार्ड मांगा गया और मिलान किया गया तो वह बहानेबाजी करने लगा। कड़ाई करने पर वह युवक भाग खड़ा हुआ। यह देख ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है। युवक कन्नौज जनपद का बताया जा रहा है।
हरपालपुर थाना क्षेत्र के विजय शंकर इंटर कॉलेज में शिक्षा विभाग के कर्मियों द्वारा परीक्षा देते समय नक़ल करते एक छात्र को पकड़ लिया।कर्मियों द्वारा छात्र की जब तलाशी ली गई तो उसके पास से दो पन्नो की नक़ल सामग्री को भी जप्त किया गया है।केंद्र व्यस्थापक द्वारा हरपालपुर थाने में छात्र के विरुद्ध तहरीर दी है।पुलिस ने छात्र को गिरफ़्तार कर निजी मुचलके पर थाने से ही जमानत दे दी है।इस दौरान दोनों ही परीक्षा केंद्रों पर हड़कंप मचा रहा।
कार्यवाही में जुटी पुलिस
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया की थाना बिलग्राम व हरपालपुर थाना क्षेत्र के परीक्षा केंद्रों पर जाँच के दौरान दो लोगो को गिरफ़्तार किया गया है।बिलग्राम में एक युवक दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते गिरफ़्तार हुआ है तो वही हरपालपुर में नक़ल कि दो पर्चियों के साथ एक छात्र को गिरफ़्तार किया है।दोनों लोगो पर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।हालाँकि पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी से जब रासुका को लेकर सवाल किया गया तो इस पर पुलिस अधीक्षक ने चुप्पी साध ली।अब देखने वाली बात यह होगी की शासन के नक़ल को रोकने करने पर रासुका लगाने वाले आदेश का किस तरह से ज़िला प्रशासन पालन करता है।