जयपुर: राज्य में 1.54 करोड़ में से 1.19 करोड़ उपभोक्ताओं को बिजली बिल में बड़ी राहत मिलेगी। 100 यूनिट तक बिजली खपत वाले एक करोड़ चार लाख उपभोक्ताओं का बिल शुल्क शून्य हो जाएगा। इनके सालाना करीब 5200 करोड़ रुपए के बिजली बिल का भुगतान सरकार वहन करेगी। जबकि बाकी 15 लाख घरेलू उपभोक्ता को हर साल बिल में 1800 करोड़ रुपए छूट मिलती रहेगी।
यह छूट 300 से 750 रुपए तक है। इसमें 300 यूनिट से ज्यादा बिजली उपभोग करने वाले उपभोक्ता भी शामिल हैं,जिन्हें स्लेब वार बिल में छूट दी जाएगी। ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स अधिकारी यह साफ नहीं कर पाए कि पूर्ण छूट के अलावा बाकी उपभोक्ताओं की अनुदान गणना बदलेगी या फिर वही रहेगी। नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही यह सब्सिडी प्रभावी हो जाएगी।
अरबन सेस : शहरी उपभोक्ता से 15 पैसे प्रति यूनिट
इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी: सभी उपभोक्ताओं से 40 पैसे प्रति यूनिट
(इसमें सौ यूनिट से ज्यादा खपत वाले उपभोक्ता हैं, फिक्स चार्ज अलग है)
बचत से अलग कनेक्शन तक
बिजली बचत: कम यूनिट उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं में छूट लेने की होड़ रहेगी। ऐसे में बिजली बचत की तरफ बढ़ने की संभावना बनेगी।
अलग कनेक्शन: जिनका प्रतिमाह बिजली उपभोग 100 यूनिट से ज्यादा है, ऐसे उपभोक्ता अतिरिक्त बिजली कनेक्शन के लिए प्रयास करेंगे। जब अलग कनेक्शन होंगे तो उपभोग यूनिट बंट जाएगी और संभव है कि वे ज्यादा सब्सिडी के दायरे में आ जाएं।
यों मिलेगी बिजली बिल में राहत
-100 यूनिट तक बिजली बिल पूरी तरह माफ
100 से 150 यूनिट तक प्रति यूनिट 3 रुपए अनुदान
150 से 300 यूनिट तक प्रति यूनिट सरकार 2 रुपए अनुदान
सामान्य उपभोक्ता 50 यूनिट तक- 32 लाख
51 से 100 यूनिट 14 लाख
101 से 150 यूनिट 06 लाख
151 से 200 यूनिट 04 लाख
201 से 250 यूनिट 02 लाख
251 से 300 यूनिट 1.28 लाख
300 यूनिट से ज्यादा 2.71 लाख
किस श्रेणी में कितने उपभोक्ता शामि
बीपीएल 16 लाख
स्मॉल घरेलू 41 लाख
डिस्कॉम्स के लिए चुनौती
भले ही छूट का प्रत्यक्ष रूप से भार डिस्कॉम्स (विद्युत वितरण कंपनियां) पर नहीं पड़े, लेकिन उनके लिए सरकार से नियमित सब्सिडी की रकम लेना चुनौती से कम नहीं होगा। डिस्कॉम्स को अभी ही सरकार से 17 हजार करोड़ रुपए ज्यादा राशि लेनी है। इसलिए नई सब्सिडी राशि लेना आसान नहीं होगा।