आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा ब्राह्मण समुदाय के संबंध में दिया गया बयान का विरोध अब सड़क पर पहुंच चुका है। मध्य प्रदेश के जबलपुर में संघ प्रमुख के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया गया। इतना ही नहीं प्रदर्शन में जमकर मोहन भागवत मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
बुधवार को जबलपुर में ब्राह्मण एकता मंच के पदाधिकारी एकत्रित हुए और उन्होंने बैनर पोस्टर के साथ मोहन भागवत के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। जबलपुर के मालवीय चौक पर मोहन भागवत मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
हालांकि शुरुआत में यह जुलूस मालवीय चौक से कलेक्टर ऑफिस तक जाना था लेकिन एकता मंच के पदाधिकारियों ने मालवीय चौक पर ही अपना विरोध दर्ज करा कर प्रदर्शन को रोक दिया।
भागवत के इसी बयान का शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी विरोध किया था। उन्होंने भागवत के बयान को बचकाना बताते हुए पूछा था कि आखिर उन्हें इस ज्ञान की प्राप्ति कहां से हुई कि जातियां पंडितों ने बनाई हैं? क्योंकि गीता में स्वयं भगवान ने बताया है कि चारों वर्ण उन्होंने खुद ही बनाए हैं।
मोहन भागवत के हो रहे विरोध के सियासी मायने भी हैं। मध्य प्रदेश संघ का गढ़ माना जाता रहा है और बीजेपी की राजनीति भी सवर्ण हिंदुओं के इर्द गिर्द ही घूमती है। इसी साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। ऐसे में विधानसभा चुनावों के परिणाम में भागवत के इस बयान का प्रभाव देखने को मिल सकता है।