समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अडानी का बिना नाम लिए कहा है कि सरकार बताए कि उस डूबती कंपनी में पैसा लगाने वाले एलआईसी और अन्य सरकारी संस्थाओं के जिम्मेदारों को जेल कब भेजेगी? उसकी कंपनियों के शेयर गिर रहे हैं और पूरी सरकार, पूरा तंत्र, पूरी आर्थिक संस्थाएं उसे बचाने में लगी हैं, लेकिन नहीं बचा पा रही है।
अखिलेश ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि भाजपा एक उद्योगपति को दुनिया का नंबर वन का उद्योगपति बनाने का सपना दिखा रही थी। उससे प्रधानमंत्री की कितनी मित्रता है यह सब जानते हैं। उसकी कंपनियों में सरकारी संस्थाओं का हजारों करोड़ रुपये लगाए गए।
अब वह डूब रहा है। यूपी में डीएचएफएल कंपनी में कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड का पैसा लगाने वाले एक अधिकारी को जेल भेजा गया। भाजपा सरकार इसी तरह की कार्रवाई कब करेगी।
उन्होंने कहा कि इंवेस्टर्स मीट के नाम पर भी जनता को धोखा दिया जा रहा है। सरकार ने आज तक नहीं बताया कि पिछले इंवेस्टर्स समिट से कितना निवेश आया। प्रदेश में कहां कारखाना लगा। सब लोग देख रहे हैं।
कि एक उद्योगपति किस तरह से डूब रहा है। तब अन्य लोग निवेश करने करने कैसे आएंगे। उन्होंने केंद्रीय बजट पर कहा कि यह सरकार का विदाई बजट है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन के लोग भाजपा एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। पुलिस के अधिकारी भाजपा के कार्यकर्ता की भूमिका में निभा रहे हैं। ऐसे में लोगों को न्याय कैसे मिलेगा? भाजपा की यह नई परम्परा लोकतंत्र के लिए खतरा है।
मोहम्मद आजम खां पर झूठे मुकदमें लगाकर परेशान किया गया है। लोकतंत्र में किसी भी राजनीतिक परिवार के साथ इतना अन्याय नहीं हुआ है। भाजपा सरकार सरकारी एजेंसियों का गलत प्रयोग कर रही है। लोकतंत्र में अपने विरोधियों को फर्जी ढंग से कभी नहीं फंसाया गया।