बस्ती जिले के परसरामपुर थाना के हैदराबाद गांव में पुलिस के डर से एक आदमी की हार्ट अटैक से मौत का पुलिस पर आरोप लगा है। परिजनों का आरोप है की पुलिस ने पहले उसे दौड़ाया और घर के दरवाजे पर लात मारी, जिसकी वजह से डर कर आदमी की मौत हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख कर जाम कर दिया। परिजन दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कारवाई की मांग करने लगे, जिसके बाद दोनों सिपाहियों को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया तब जा कर मामला शांत हुआ।
जानकारी के मुताबिक, बीती रात 2 बजे 58 वर्षीय जमील तबीयत खराब होने पर बंगाली डॉक्टर के यहां दवा लेने जा रहे थे। आरोप है कि पुलिस के दो सिपाहियों विवेक यादव और विजय प्रकाश ने उसे दौड़ा लिया। जमील भाग कर किसी तरह घर पहुंचा और दरवाजा बंद कर लिया। दोनों सिपाहियों ने दरवाजे पर लात मार कर खोलने के लिए कहा, घर की महिलाओं ने जैसे ही पुलिस का नाम लिया जमील की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
आपको बता दें कि दोनों सिपाही विवेक यादव और विजय प्रकाश सिकंदरपुर चौकी पर तैनात हैं। जमील की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क को जाम कर दिया, सिपाहियों पर कार्रवाई को लेकर घंटों सड़क जाम रही। एसडीएम, सीओ समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंची। उन्होंने किसी तरह से ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण मान नहीं रहे थे।
उनका कहना था की दोनों सिपाही आए दिन लोगों से धन उगाही करते हैं, लोगों के साथ बदतमीजी करते हैं। जब तक इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी और मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं दिया जायेगा तब तक जाम नहीं हटेगा। जिसके बाद एसपी ने दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया उनके खिलाफ जांच का आदेश दिया और तहसील प्रशासन ने मुआवजे का आश्वासन दिया तब लोगों ने सड़क से जाम हटाया।