-श्रावस्ती के सीएमओ शारदा प्रसाद तिवारी के घूसखोरी का वीडियो वायरल होने के बाद अब उन पर कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है,, तो अब कैसे बचेंगे सीएमओ साहब जब वायरल वीडियो की जांच के लिए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और श्रावस्ती की डीएम के द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है
दरअसल आपको तो पता ही होगा कि श्रावस्ती जिले के स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की इस समय किस्मत खराब है जो आए दिन किसी न किसी रूप में सामने आता रहता है इस बार जो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ जो हुआ है उसे किस्मत नहीं रुपयों के लालच में भ्रष्टाचारी होना कहा जाता है जो वायरल वीडियो के रूप में सामने आया है
श्रावस्ती के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया मतलब मुख्य चिकित्सा अधिकारी का रिश्वतखोरी का वीडियो जहां तेजी से वायरल हो रहा है वही उसी कार्यालय में तैनात स्टोर इंचार्ज के के श्रीवास्तव का भी रिश्वतखोरी का वीडियो वीडियो वायरल हो रहा है,
स्वास्थ विभाग के मुखिया और उनके बाबू का वायरल वीडियो अब जिले में लोगों के बीच चर्चा का विषय बनता चला जा रहा है क्योंकि जिस तरह से प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने का सपना देखा गया था उसपर श्रावस्ती में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पानी फेर चुके है
हालांकि इस पूरे प्रकरण में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के द्वारा मामले को संज्ञान में लेकर ट्वीट के माध्यम से प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को कार्रवाई करके रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है तो दूसरी तरफ श्रावस्ती की जिलाधिकारी नेहा प्रकाश के द्वारा वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए जांच टीम गठित कर दिया गया है जिसमें नेहा प्रकाश के द्वारा यह बताया गया है कि इस टीम के अध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी और उनके साथ एडीएम न्यायिक को लगाया गया है जिन्हें 2 से 3 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करना है
लेकिन इन सबके बीच फिर वही सवाल जो हमेशा से हमारा रहा है क्या डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आदेश के बाद CMO साहब पर कार्रवाई होगी क्या जो टीम को जांच के लिए जिलाधिकारी नेहा प्रकाश के द्वारा लगाया गया है उस टीम के द्वारा तय समय के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा,, क्या जांच टीम के अधिकारियों के द्वारा निष्पक्ष रूप से जांच किया जाएगा ।
क्योंकि जिस तरह का वीडियो सामने आया है जिस तरह से सीएमओ कार्यालय में ही तैनात वरिष्ठ सहायक कोमल कुमार के द्वारा आरोप लगाया गया है और वीडियो एविडेंस के तौर पर साक्ष्य प्रस्तुत किया गया है क्या वो जाँच टीम के लिए मायने रख्खेगा या फिर कुछ और होगा, खैर ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।