ललितपुर से जाखलौन के मध्य रेलवे द्वारा आज से 31 दिसंबर तक तीव्र गति से नई तीसरी रेल लाइन का स्पीड ट्रायल टेस्ट इलैक्ट्रिक लोको (विद्युत कर्षण) से किया जा रहा है। गत दिनों मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त मो. तलीफ ने बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने पहले मोटर ट्रॉली से जाखलौन से ललितपुर रेलवे स्टेशन तक निरीक्षण किया। फिर शाम को चार बजे से उन्होंने अधिकारियों की टीम के साथ विशेष ट्रेन से ललितपुर से जाखलौन तक 16.58 किलोमीटर तक 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से ट्रायल किया था।
वहीं 31 दिसंबर को इलेक्ट्रिक इंजन से प्रमुख लोको विद्युत इंजीनियर प्रयागराज के द्वारा यह ट्रायल टेस्ट 120 से 140 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से किया जाएगा। उक्त विद्युत लोको ट्रायल टेस्ट होने के बाद इस तीसरी लाइन पर ट्रेन संचालन के लिए सर्टिफिकेट मिल जाएगा। इसके बाद इस नई रेल लाइन पर ट्रेनों का संचालन तीव्र गति से शुरू हो जाएगा, जिसके जनवरी माह में ही शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले ललितपुर से बिजरौठा रेलवे स्टेशन तक (28 किलोमीटर) भी तीसरी रेल लाइन का काम पूरा हो चुका है। इस लाइन पर तो ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो चुका है।
जाखलौन से ललितपुर से ट्रेनों का संचालन शुरू होने पर अब जाखलौन से ललितपुर और बिजरौठा रेलवे स्टेशन तक सीधे तीसरी रेल लाइन पर ट्रेनें चल सकेंगी, जिसके चलते ट्रेनों की लेटलतीफी का अंतराल भी कम हो सकेगा। पीआरओ, रेलवे झांसी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 29 से 31 तक इलेक्ट्रिक इंजन से तीव्र गति से ट्रायल टेस्ट किया जाना है, ऐसे में आम नागरिक, वाहन चालक, किसान एवं चरवाहे उक्त नवनिर्मित तीसरी रेल लाइन के आसपास जानवरों को न आने दें और रेल लाइन को पार करते समय ऊपरगामी व अधोगामी पुल से ही रेल लाइनों को पार करें और आवश्यक सावधानी बरतें।