Lucknow News: लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुरी निवासी संतोष मिश्र के अनुसार, उनका पुत्र इशांत मिश्रा मर्चेंट नेवी में हांगकांग में अधिकारी है। इस समय वह अवकाश पर आया है। बुधवार को उसका जन्म दिन था और इसीलिए इशांत, अपने चचेरे भाई शौर्य मिश्रा व दो साथियों आयुष व अनुराग के साथ बुधवार रात बाराबंकी के सुभाषनगर मोहल्ला स्थित ननिहाल गया था।
रात करीब 1 बजे सभी सफेदाबाद के निकट लखनऊ-अयोध्या के किनारे स्थित रेस्टोरेंट कालिका हवेली में खाना खाने के लिए रुके थे। शाकाहारी खाने का आर्डर देने के बाद भी मांसाहारी भोजन परोस दिया गया। इसका विरोध करने पर रेस्टारेंट वालों द्वारा अभद्रता शुरु कर दी गई। इस दौरान गाली गालौज करते हुए मैनेजर के साथ प्रवीन सिंह, दीपक यादव व अन्य करीब 20 से 25 लोगों ने इशांत व शौर्य पर हमला कर दिया गया।
लाठी डंडों व सरिया से दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया। काफी देर तक रेस्टारेंट के बाहर अराजकता का हाल रहा। इस दौरान रेस्टोरेंट के मैनेजर पर फायरिंग करने का आरोप भी है। इस हमले में इशांत गंभीर रुप से घायल हो गया। 112 नंबर पर सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने इशांत व शौर्य को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। रात करीब ढाई बजे सूचना पाने के बाद परिजन भी पहुंच गए।
शहर कोतवाल संजय मौर्य ने बताया कि, मामले की जांच की जा रही है। उधर, घायल इशांत के पिता संतोष ने आरोप लगाया कि उन्ही को बच्चों पर हमला किया गया और पुलिस ने केस दर्ज कार्रवाई करने की बजाय उल्टे इशांत के साथी को कोतवाली में पूरा दिन बैठाये रखा।
पहले भी चली गोली, आए दिन विवाद
सफेदाबाद के पास स्थित रेस्टारेंट कालिका हवेली में विवाद, मारपीट व फायरिंग कोई नई बात नहीं है। इससे कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी है। इससे पहले नवंबर 2020 में भी यहां मारपीट व फायरिंग हुई थी। जिसका केस दर्ज किया गया था। जनवरी 2020 में भी मारपीट व तोड़फोड़ में जमकर मारपीट हुई थी। इसमें रेस्टारेंट के प्रबंधक व कर्मियों पर केस दर्ज हुआ था।
नमूना फेल होने पर हो चुका 10 हजार जुर्माना
कालिका हवेली में खाने को लेकर विवाद के हालात सामने आते रहते हैं। खाने की गुणवत्ता की बात करें तो एफएसडीए ने पनीर का नमूना जांच के लिए भेजा था। जो जांच में फेल हो गया था। इस पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी हो चुका है।