उत्तर प्रदेश के बांदा बांदा पुलिस ने आज एक अंतरराज्यीय ट्रक चोर गैंग का खुलासा किया है जिसमें पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजने का काम किया है और वही गैंग में शामिल अन्य 5 आरोपियों की तलाश पुलिस के द्वारा की जा रही है ।
बताते चले की पकड़े गए इस गैंग के द्वारा पहले ट्रकों की चोरी की जाती थी उसके बाद उन ट्रकों को काटकर अलग-अलग जगहों पर बेचने का काम किया जाता था इस गिरोह के द्वारा यह कार्य काफी समय से संचालित किया जा रहा था जिस पर पुलिस की लगातार निगाहें बनी हुई थी जिसका आज पुलिस ने खुलासा किया है। पूरे खुलासे के दौरान शहर कोतवाली एसओजी टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पूरे मामले का अनावरण किया है जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक द्वारा इस सराहनीय कार्य को देखते हुए दोनों टीमों को ₹25000 की धनराशि पुरस्कार के तौर में दी है।
आपको बता दो पूरा मामला बांदा जनपद का है जहां के रहने वाले कुछ लोगों के द्वारा ट्रकों को काटकर उन्हें बेचने का काम किया जाता था।
इस पूरे चोरी के काम में मुसौवर मिस्त्री और विकास गुप्ता नामक व्यक्ति की विशेष भूमिका रहती थी जिसमें यह ट्रक चोरी करके लाया करते थे और विकास गुप्ता के गंछा गांव में बने खेतों में इन्हें छोटे-छोटे हिस्सों में काटकर बेंच दिया जाता था फिलहाल जिस तरह से पुलिस के द्वारा लगातार इस गैंग पर नजर रखी जा रही थी कल मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इस अंतरराज्यीय गैंग को रंगे हाथों पकड़ा और जिसमें गैंग के 6 सदस्य पुलिस की हिरासत में लिया और वही 5 लोग मौके से फरार हो गए हैं फिलहाल पुलिस के द्वारा फरार चल रहे सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है ।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान इस अंतरराज्यीय ट्रक चोरी करने वाले गैंग के पास से एक कटा हुआ ट्रक एक साबूत ट्रक और ट्रैक्टर ट्राली स्कॉर्पियो मोटरसाइकिल आदि तमाम सारी चीजें कब्जे में लीं हैं पकड़े गए आरोपियों में कुछ ऐसे भी आरोपी है जो इसके पहले भी गाड़ियों को काटकर बेचने के आरोप में जेल जा चुके हैं लेकिन उसके बाद भी इन आरोपियों का कारोबार फल-फूल रहा था पूरे मामले की जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि यह पकड़ा गया गैंग चोरी के ट्रकों को यहां लाते थे और इसके बाद इन्हें काट कर इन्हें बेचा करते थे कई दिनों से हम लोगों को इनकी तलाश थी जिनमें से आज 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है इन लोगों के द्वारा ट्रकों को काटकर ग्वालियर में सप्लाई किया जाता था इसके एवज में इनको अच्छी खासी रकम भी मिलती थी फिलहाल पुलिस ने जो माल जप्त किया है वह लगभग 50 लाख तक की कीमत का आकलन लग रहा है पूरे मामले में कोतवाली पुलिस व एसओजी टीम ने मिलकर इस बड़े रैकेट कर खुलासा किया है जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक के द्वारा शहर कोतवाली एसओजी को ₹25000 की धनराशि इनाम के तौर पर दी गई है।