वाराणसी:दशाश्वमेध,शीतला घाट,पंचगंगा,अस्सी घाट,भैसासुर घाट पर गंगा स्नान के लिए भोर से उमड़ रही भीड़,स्नान के बाद लोग दानपुण्य कर श्री हरि की कर रहे आराधना।
प्रबोधिनी एकादशी पर ही चराचर जगत के पालनहार श्री हरि भी चार मास की योग निद्रा से जाग गये। श्री हरि के योग निद्रा से जागने के बाद मांगलिक कार्य भी शुरू जायेंगे।
शहर के प्रमुख चौराहों, मोहल्लों में लगे गन्ने की अस्थाई दुकानों पर जमकर खरीददारी हुई।