Banda News: जिला महिला अस्पताल में नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि स्टाफ ने पैसों की डिमांड की और न देने पर बच्चे की हालत गंभीर बताकर रेफर कर दिया। इससे नवजात की मौत हो गई। आरोप यह भी है कि देर रात बच्चे को न ले जाने पर पुलिस बुलाने की धमकी दी। पूरे मामले में सीएमएस ने जांच के आदेश दिए हैं।
नरैनी तहसील के करतल गांव के रहने वाले बृजेश कुमार ने बताया कि सोमवार को नरैनी सीएचसी में उसकी पत्नी की नॉर्मल डिलीवरी हुई थी। बच्चे को जन्म से हिचकी आ रही थी। इस पर वहां से उसे रेफर कर महिला अस्पताल लाए। यहां डॉक्टरों ने जांच की। डॉक्टरों ने कहा कि ठीक हो जाएगा, परेशानी की कोई बात नहीं है।
आरोप है कि यहां तैनात स्टाफ ने 1500 रुपये की मांग की। मांग पूरी न करने पर डॉक्टरों ने उसे प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया। बृजेश ने बताया कि उसने रात 12 बजे बच्चे को लेकर जाने से मना किया तो पुलिस बुलाने की धमकी दी। इस बीच बच्चे की मौत हो गई।
जिला महिला अस्पताल की सीएमएस सुनीता सिंह ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। वह खुद देर रात अस्पताल गईं थी। जांच में ऐसा कुछ नहीं है। फिर भी जांच कराई जा रही है। पैसे मांगने के आरोप पर कहा कि पैसे मांगने की कोई बात नहीं है। उन्हें हायर सेंटर ले जाने की बात कही गई थी, लेकिन उन्होंने कहा कि हम यहीं इलाज कराएंगे। डॉक्टर ने पूरा प्रयास किया, लेकिन बच्चे की मौत हो गई।