आणंद, 10 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का नाम लिए बगैर कहा कि आजादी के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल ने तत्कालीन रियासतों के विलय के सभी मुद्दों को हल कर दिया था लेकिन कश्मीर का जिम्मा ‘‘एक अन्य व्यक्ति’’ के पास था तथा वह अनसुलझा ही रह गया।
इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से पूर्व यहां आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वह लंबित कश्मीर समस्या का हल करने में इसलिए सक्षम हुए क्योंकि वह सरदार पटेल के नक्शे कदम पर चलते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरदार साहब के ‘‘ड्रीम प्रोजेक्ट’’ सरोवर बांध परियोजना को ‘‘शहरी नक्सलियों’’ ने रोकने की कोशिश की।
राजनीतिक गलियारों में एक वर्ग की ओर से ‘‘शहरी नक्सली’’ शब्द का इस्तेमाल नक्सलियों के प्रति सहानुभूति रखने वालों और कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए किया जाता है।
मोदी ने कहा, ‘‘सरदार साहेब सभी रियासतों को भारत में विलय के लिए मनाने में सफल रहे। लेकिन एक अन्य व्यक्ति ने कश्मीर के इस मुद्दे को हल करने का जिम्मा संभाला था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चूंकि सरदार साहब के नक्शे कदम पर चलता हूं, मुझ में सरदार पटेल की भूमि के मूल्य हैं और यही कारण है कि मैंने कश्मीर की समस्या का समाधान किया और सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी।’’
बाद में प्रधानमंत्री ने गुजरात की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर भी हमला बोला और कहा कि उन्होंने बांधों का निर्माण तो किया लेकिन नहरों का कोई संपर्क नहीं बनाया जिससे अन्य क्षेत्रों में पानी पहुंच सके।
मोदी ने पूछा, ‘‘उन्होंने बांधों का निर्माण देखने के लिए कोई काम किया था क्या?’’
उन्होंने कहा कि इस काम को उन्होंने अपने हाथों में लिया और 20 सालों में पूरा किया।
उन्होंने कि अब गुजरात के कोने-कोने में पानी पहुंच रहा है और इसकी बदौलत कृषि उत्पादन में नौ से 10 गुणा तक की वृद्धि हुई है।
मोदी ने यह भी कहा कि शहरी नक्सलियों ने सरदार सरोवर बांध परियोजना तक को रोकने की कोशिश की और इसे कानूनी पचड़ों में उलझाकर रखा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने हमारे 40 से 50 साल बर्बाद कर दिए, हमें अदालतों के चक्कर लगाने पड़े और गुजरात की जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे भी बर्बाद हुए। आज सरदार साहब का सपना पूरा किया गया है।’’
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस के नेता उनसे मिलते हैं तो वह उनसे जरूर पूछें कि क्या उन्होंने सरदार पटेल के सम्मान में केवडिया स्थित ‘‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ का दौरा किया है ?
उन्होंने कहा, ‘‘सरदार पटेल को गुजरे कई दशक बीत गए और अब तो उन्हें उनके प्रति कुछ सम्मान दिखाना चाहिए लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे।’’
मोदी ने कहा कि भाजपा जब विपक्ष में थी तब उसने संकल्प लिया था कि सरदार पटेल जिस सम्मान के हकदार थे, वह उसे सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने कहा कि केवडिया में स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा दुनिया का गौरव है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ ‘‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ ही नहीं, उनकी सरकार ने महात्मा गांधी के सम्मान में ऐतिहासिक दांडी मार्च के पूरे मार्ग को भी विकसित किया है।
उन्होंने कहा कि गांधी के नाम पर दशकों तक राजनीति करने वालों ने कभी उस मार्ग की सुध नहीं ली और उस काम को भी उनकी सरकार को ही करना पड़ा।
मोदी ने कहा कि 20 सालों में भाजपा की सरकार ने गुजरात में बिजली का उत्पादन दोगुना कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दिल्ली जाने के बाद (प्रधानमंत्री बनने के बाद) कई गांवों में बिजली पहुंची। गुजरात में हमने हर गांव और हर घर को बिजली से जोड़ने का काम किया है।’’
उन्होंने कहा कि गुजरात भाजपा सेवा, सुरक्षा, शांति, व्यापार और व्यापार के लिए सर्वोत्तम वातावरण और दंगों से मुक्ति का पर्याय बन गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘जनता के इस विश्वास की बदौलत देश के हर कोने में आज भाजपा का झंडा लहरा रहा है।’’