बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को कहा कि कुछ राज्यों में चुनावों से पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध आरएसएस को खुश करने के लिए लगाया गया है। ऐसा कर सरकार राजनीतिक स्वार्थ पूरा कर रही है।
मायावती ने आरएसएस पर भी बैन लगाने की मांग की है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, “आरएसएस पर भी बैन लगाने की माँग खुलेआम हो रही है कि अगर पीएफआई देश की आन्तरिक सुरक्षा के लिए खतरा है तो उस जैसी अन्य संगठनों पर भी बैन क्यों नहीं लगना चाहिए?”
केंद्र सरकार ने बुधवार को पीएफआई पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। केंद्र सरकार का कहना है कि पीएफ़आई का संबंध आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश और प्रतिबंधित संगठन सिमी से रहा है।
सरकार ने पीएफ़आई पर ‘गुप्त एजेंडा चलाकर एक वर्ग विशेष को कट्टर बनाने’ और ‘आतंकवादी संगठनों से जुड़े होने’ की बात कही है। केंद्र सरकार के अनुसार पीएफ़आई देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा ख़तरा बन गया है।
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