बिहार के क़ानून मंत्री रहते विवादों में आए कार्तिकेय सिंह ने इस्तीफ़ा दे दिया है. बुधवार को उन्हें क़ानून मंत्रालय से हटाकर गन्ना मंत्रालय सौंपा गया था लेकिन कुछ ही घंटों बाद उन्होंने नए मंत्रालय से इस्तीफ़ा दे दिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है। कार्तिकेय सिंह 16 अगस्त को उसी दिन विवादों में आ गए थे जिस दिन उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली थी।
उनके शपथ लेते ही सोशल मीडिया समेत कई जगहों पर ख़बरें आई थीं कि उनके ख़िलाफ़ वारंट जारी किया जा चुका है। कोर्ट की नज़रों में वो फ़रार हैं और फ़रार होते हुए उन्होंने बतौर क़ानून मंत्री शपथ ली है।
उन पर पटना ज़िले के बिहटा थाने में अपहरण का मामला दर्ज है. साल 2014 के इस मामले में आईपीसी की 363, 365, 364 और 34 धाराएं लगाई गई हैं। इस मामले में उनके साथ 17 और लोग अभियुक्त हैं. हाईकोर्ट इस मामले में उनकी ज़मानत याचिका ख़ारिज भी कर चुका है।
हालांकि, इस बीच दानापुर सिविल कोर्ट की ओर से जारी वो आदेश भी सामने आया जिसमें कार्तिकेय सिंह को एक सितंबर तक राहत दी गई थी. ये आदेश 12 अगस्त को जारी किया गया था. कार्तिकेय सिंह के वकीलों ने उन पर लगे आरोप को गलत बताया था.