लखनऊ के बुद्ध बिहार में बहुजन समाज के समाजसेवियों ने भारी संख्या में प्रतिभाग कर संविधान एवं आरक्षण को बचाने के लिए बहुजन समाज की एकता एवं भाईचारे पर बल दिया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एम पी सिंह अंबेडकर ने बहुजन समाज के जातीय बिखराव को उनकी कमजोरी का सबसे बड़ा कारण बताया।
उन्होंने कहा कि यदि यह वंचित समाज अपना हक अधिकार, जीवन जीविका व शिक्षा बचाना चाहता है तो आपसी ऊंच-नीच, छोटे बड़े अन्य सामाजिक बिखराव की भावना को छोड़कर आपसी मैत्री भाईचारा बनाकर सामाजिक एकता कायम करनी होगी।
उन्होंने कहा कि इसी सामाजिक भेदभाव के चलते बहुजन समाज की पीढ़ियों का अस्तित्व खतरे में है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति वंचितों से शिक्षा छीनने का षड्यंत्र है। निजीकरण आउटसोर्सिंग, संविदा भर्ती, लेटरल भर्ती आदि वंचितों से रोजगार छीनकर गुलाम एवं बंधुआ मजदूर बनाने का षड्यंत्र है जिसके चलते समाज का सम्मान भी चला जाएगा और पीढ़ियां बेरोजगार हो जाएंगी।
कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों के जिला अध्यक्षों,मंडल अध्यक्षों, जोन कोऑर्डिनेटर एवं प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने अपने भाषण में संगठन को मजबूत करने पर बल दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संगठन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ दुर्गा प्रसाद यादव ने कहा कि आज पिछड़े वर्ग को मंडल कमीशन के आधार पर 27% आरक्षण बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की सोच एवं उनके द्वारा बनाए गए कानून के अनुसार मिला है।
इसलिए ओबीसी वर्ग को अपने हक, अधिकार, हिस्सेदारी के लिए बहुजन समाज का वजूद बनकर कार्य करने की आवश्यकता है। प्रदेश में महिला प्रकोष्ठ को मजबूत बनाने के लिए श्रद्धेया शशी सिंह को प्रदेश संयोजक तथा श्रद्धेया पवन सिंह को मंडल संयोजक लखनऊ मनोनीत किया गया। अंत में भारी संख्या में आए हुए सभी समाजसेवियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।