सीतापुर , जनपद के विकास खण्ड कसमंडा मे बने सामुदायिक शौचालय शौचालयों के निर्माण में जमकर खेल चल रहा है। निर्माण की पूरी रकम निकालने के बाद भी सामुदायिक शौचालय अधूरे पड़े हैं।
विभागीय स्तर पर कराई गई जांच के दौरान कई ग्राम पंचायतों में वित्तीय अनियमितता की पुष्टि भी हो चुकी है,मगर अब तक जिम्मेदारों के द्वारा सम्बन्धितों पर कार्रवाई नहीं की गई।
ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों के निर्माण के नाम पर पूरी रकम निकालने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया जा रहा है। आधा अधूरा कार्य कराकर सरकारी धन का गबन कर लिया जा रहा है।
कसमंडा विकास खंड के ग्राम पंचायत सरैयाबलदेवसिंह में सामुदायिक शौचालय निर्माण के नाम पर पूरी रकम लाखों रुपये निकाल लिये गये हैं, मगर मौके पर सामुदायिक शौचालय निर्माण का कार्य अभी भी अधूरा है।
इतना ही नहीं वहां निर्माण कार्य छह माह से बंद है। इसी ब्लाक के ग्राम पंचायत डोभा में भी सामुदायिक शौचालय बाहर से चमका दिया गया है लेकिन टैंक पर अभी पत्थर भी नहीं धरे गए है। यहां भी निर्माण की पूर्ण धनराशि लाखो आहरित कर ली गई है।
यही हाल ग्राम पंचायत बड़ौरा में भी है। यहां भी सामुदायिक शौचालय अपूर्ण है।इसमें भी पूरी धनराशि लाखों मे निकाल ली गई है। डोभा सरैया बलदेव सिंह अलुईआ खैरन देशनगर, बेहडा बैकुंठपुर , आदि ग्राम पंचायत में भी सामुदायिक शौचालय अधूरे हैं।
यह तो महज बानगी है। ऐसी कई ग्राम पंचायत हैं जहां सामुदायिक शौचालय निर्माण की पूरी धनराशि निकाल ली गई है, मगर सामुदायिक शौचालय अधूरे हैं। उनका निर्माण भी महीनों से बंद है।
सचिवों की ओर से पूरी धनराशि निकाल लेने के बाद भी सामुदायिक शौचालय अपूर्ण हैं, यह जानते हुए भी अब तक वित्तीय अनियमितता के आरोप में उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।