मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक निजी अस्पताल में सोमवार दोपहर को भीषण आग लग गई, जिससे चार मरीजों सहित आठ लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य झुलस गए. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी है.
जबलपुर के जिलाधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी. ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया और 30 बिस्तर वाले अस्पताल से सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. उन्होंने कहा कि जब आग लगी थी, उस वक्त अस्पताल के अंदर करीब 20 से 25 लोग मौजूद थे. उनके अनुसार मृतकों में चार मरीज, अस्पताल के तीन कर्मचारी और एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं, जो मरीज के साथ उसकी देखभाल करने के लिए आया हुआ था.
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने मीडिया को बताया कि आग गोहलपुर थाना क्षेत्र में दमोह नाका के पास न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में दोपहर करीब ढाई बजे लगी. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्ट्या शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग लगी. यह आग भूतल से शुरू हुई और देखते-देखते ऊपर की तीनों मंजिलों को इसने अपनी चपेट में ले लिया.
बहुगुणा ने बताया कि आग लगने के कारण अस्पताल के भूतल में स्थित बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में मौजूद लोग बाहर आ गए थे. पहली मंजिल में स्थित आईसीयू वार्ड के लोग बाहर निकल पाते कि इसके पहले ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया.
उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर दमकल व पुलिस विभाग के कर्मी घटनास्थल पहुंचे. उन्होंने आईसीयू से 13 व्यक्तियों को बाहर निकाला, जिनमें से कई आग से झुलस गए और कई धुएं के कारण सांस नहीं लेने के कारण बेहोश हो गए थे. इन सभी को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया, जिनमें से आठ व्यक्तियों की मौत हो गई तथा दो व्यक्तियों की हालत गंभीर है. तीन लोगों की हालत खतरे से बाहर है.
जबलपुर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि अस्पताल का जनवरी 2021 में पंजीकृत किया गया था. अधिकारियों के अनुसार, अस्पताल ने मार्च 2021 में एक अस्थायी एनओसी के लिए आवेदन किया था. लेकिन दिसंबर 2021 तक इसने स्मोक डिटेक्टर, हौज़ पाइप और पानी के टैंक जैसे अग्निशमन इंतजाम नहीं थे, वहां केवल पोर्टेबल अग्निशामक यंत्र थे.
इसके बाद दिसंबर 2021 में अस्पताल के लाइसेंसिंग अथॉरिटी को फायर सेफ्टी नियमों का पालन नहीं करने को लेकर नोटिस जारी किया गया था. कलेक्टर ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल स्तर की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और इसकी अध्यक्षता एक अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट करेंगे. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं.