आजमगढ़ जिले के कंजरा दिलशादपुर गांव निवासी राममूरत चौहान की चार वर्षीय बेटी आरुषि घर के बाहर अपनी छोटी बहन अंशिका (3) के साथ खेल रही थी।
इसी बीच अचानक कच्चे मकान की दीवार दोनों बहनों पर भरभराकर गिर पड़ी। चीख-पुकार के बाद पहुंचे आस-पास के लोगों ने दीवार के मलबे को हटाकर दोनों बहनों को बाहर निकाला।
आननफानन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने एक को मृत घोषित कर दिया। जबकि दूसरी का अभी इलाज चल रहा है। घटना शुक्रवार देर शाम की है। जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के कंजरा दिलशादपुर गांव निवासी राममूरत चौहान का कच्चा मकान है। मिट्टी से जोड़ी गई दीवार पर मड़ई रखी हुई थी।
उसी दीवार के बगल में शुक्रवार शाम उसकी दो मासूम बेटियां अंशिका (03) व आरुषि (04) खेल रही थी। अचानक दीवार गिर गई और दोनों बच्चियां मलबे में दब कर गंभीर रूप से घायल हो गईं। परिजनों व ग्रामीणों ने तत्काल मलबा हटा कर दोनों बच्चियों को बाहर निकाला और इलाज के लिए पीएचसी अजमतगढ़ ले गए।
जहां डॉक्टरों ने दोनों की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद छोटी बेटी अंशिका को मृत घोषित कर दिया। जबकि आरुषि का जिला अस्पताल में ही इलाज चल रहा है। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है।