बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सवाल उठाया है। मायावती ने बयान जारी करते हुए कहा है कि विधानसभा के संयुक्त सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार को हर प्रकार की क्लीन चिट कितना उचित है? जनहित और विकास आदि के भारी-भरकम सरकारी दावों की सार्थकता तभी होगी जब जमीनी हकीकत से मेल खाते हुए दिखाई दे।
राज्यपाल का अभिभाषण हकीकत से मेल नहीं खाता है। राज्यपाल को वही लिखा हुआ पढ़ना था जो सरकार ने उन्हें पढ़ने के लिए दिया। साथ ही ये भी कहा कि सदन में राज्यपाल वापस जाओ का नारा लगाना उचित नहीं है। यूपी सरकार राशन के सत्यापन करने की हाल में मुक्त राशन व्यवस्था को कम ना करें। ये बीएसपी की सलाह है।
जनहित में सरकार क्या कर रही है इस पर राजभवन को ध्यान देना चाहिए
मायावती ने कहा कि वैसे महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, अराजकता, जातिवाद, सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और माफियागिरी से कानून व्यवस्था से जनता काफी त्रस्त है। इसीलिए सरकार को अब आगे व्यापक जनहित जन कल्याण एवं विकास के सही काम करके भी दिखाना होगा। वैसे राजभवन को खास ध्यान देना चाहिए कि यूपी सरकार आम जनहित के मामले में प्राथमिकता के आधार पर सही फैसला ले।