सीनियर की जगह जूनियर के परीक्षा देने का मामला उजागर होने के बाद केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया है। इस तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने छात्रों की बायोमैट्रिक हाजिरी लेने का फैसला किया है।
क्लास से लेकर परीक्षा तक में बायोमैट्रिक व्यवस्था लागू की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि इससे गड़बड़ियां करने वाले छात्रों पर शिकंजा कसा जा सकेगा।
केजीएमयू में एमबीबीएस की 250 सीटें हैं। 70 बीडीएस के छात्र हैं। बीते दिनों एमबीबीएस के 21 छात्र सीनियर की जगह परीक्षा देते पकड़े गए थे। मेडिसिन विभाग की परीक्षा थी।
इस फर्जीवाड़े में परीक्षा देने वाले 21 छात्रों को निलंबित किया गया। साथ ही जिनके स्थान पर छात्र परीक्षा दे रहे थे। उन्हें भी निलंबित किया गया। कुल 42 एमबीबीएस छात्रों को आठ सप्ताह के लिए निलंबित किया गया है। इन छात्रों से हॉस्टल खाली करा लिया गया है।
आईटी सेल को जिम्मेदारी: कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने बताया कि छात्रों के बायोमैट्रिक हाजिरी के लिए आईटी सेल को निर्देशित किया जा चुका है। उंगली व चेहरा मशीन के सामने लाने पर हाजिरी लगेगी। इससे काफी हद तक गड़बड़ियों पर लगाम कसने में मदद मिलेगी।
मोबाइल ऐप के माध्यम से भी हाजिरी का प्रावधान किया जा रहा है। इसमें क्लास में शिक्षक के सामने ही हाजिरी लगानी होगी। सभी पहलुओं पर विचार-विर्मश किया जा रहा है।