ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई नहीं होगी. कोर्ट शुक्रवार को 3 बजे सुनवाई करेगा. शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि निचली अदालत आज कोई आदेश न दे.
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई नहीं होगी. कोर्ट शुक्रवार को 3 बजे सुनवाई करेगा. शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि निचली अदालत आज कोई आदेश न दे. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने कोर्ट से इस मामले में कल सुनवाई करने का अनुरोध किया था.
जबकि यूपी के वकील तुषार मेहता ने जल्द से जल्द सुनवाई करने की गुहार लगाई थी. मुस्लिम पक्ष की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता हुजेफा अहमदी ने कोर्ट से कहा कि देशभर में कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं और इसलिए इन सब पर आज ही सुनवाई होनी चाहिए.
ट्रायल कोर्ट में भी सुनवाई आज होनी है. इस पर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम कल इस मामले को सुन सकते हैं. लेकिन कल पहले ही 50 मामले लगे हैं. मुझे अपने साथी जजों से बात करने दीजिए. इसके बाद जजों ने आपस में चर्चा की और सुनवाई शुक्रवार को करने की बात कही.
बता दें कि ज्ञानवापी मामले में सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट को सौंप दी गई है. दो पन्नों की रिपोर्ट में पूर्व कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा ने हिंदू धर्म के प्रतीक और अवशेष मिलने का जिक्र किया है.
कोर्ट के आदेश के बाद 6 और 7 मई को सर्वे किया गया था. रिपोर्ट में अजय मिश्रा ने कहा कि विवादित स्थल के उत्तर से पश्चिमी दीवार के कोने पर पुराने मंदिरों का मलबा नजर आया, जिस पर देवी-देवताओं और कमल की आकृति देखी गई. उत्तर पश्चिम के कोने पर छड़ गिट्टी सीमेंट के चबूतरे पर नया निर्माण किया गया है.
रिपोर्ट में कहा गया कि उत्तर से पश्चिम की ओर चलते हुए मध्य शिला पट्ट पर शेषनाग की नागफन जैसी कलाकृति थी. शिलापट्ट पर सिंदूरी रंग से उभरी हुई कलाकृति नजर आई. ताखे के नीचे गोल घुमावदार आकृति उकेरी हुई और शिलापट्ट पर सिंदूरी रंग की 4 कलाकृति दिखाई दी.
सभी शिलापट्ट जमीन पर काफी लंबे समय से पड़े प्रतीत हो रहे थे. ये सभी पहली नजर में किसी बड़े भवन के खंडित अंश नजर आते हैं. पूर्व दिशा में बैरिकेडिंग के अंदर और मस्जिद की पश्चिमी दीवार के बीच मलबे का ढेर पड़ा है. ये शिलापट्ट पत्थर भी उन्हीं का हिस्सा महसूस होता है.