सीहोर। नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन से संबंधित कार्य के मद्देनजर सीहोर कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने जिले में कार्यरत सभी अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा रखी है। इसके लिए कलेक्टर ने बाकायदा आदेश जारी किए लेकिन एक विभाग ऐसा भी है, जो यह आदेश मानने को तैयार नहीं है।
कलेक्टर के जारी आदेश में साफ कहा गया है कि सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने मुख्यालय पर उपस्थित रहेंगे। सार्वजनिक अवकाशों में भी उनके कार्यालय खुले रहेंगे।
16 मई बुद्ध पूर्णिमा के दिन जब सभी विभाग खुले हुए थे और अधिकारी, कर्मचारी भी सीहोर कलेक्टर के आदेश पर अपना काम निपटा रहे थे, तब सीहोर जिला खनिज अधिकारी राजेंद्र परमार अपने दफ्तर में ताला डलवाकर पूरे स्टाफ के साथ आराम से छुट्टी मना रहे थे।
जब हमारे संवाददाता ने उनसे मिलकर पूछा तो उनका कहना था कि सीहोर कलेक्टर का ऐसा कोई आदेश उनको नहीं मिला है और अगर कोई मेरी शिकायत सीहोर कलेक्टर को करना चाहे तो कर दे, वो जो सजा देंगे उसके लिए मैं तैयार हूं।
दरअसल ये बात 16 मई की बुध पूर्णिमा की छुट्टी की थी। जिसे कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर ने रद्द कर दी थी। खनिज विभाग अधिकारी राजेंद्र परमार की इस प्रकार की मनमानी से यही प्रतीत होता है कि सीहोर कलेक्टर के आदेश की उन्हें रत्ती भर कोई परवाह नहीं। जबकि कलेक्टर और खनिज विभाग के दफ्तर की दूरी 15 कदम की थी, इसके बावजूद खनिज विभाग कलेक्टर के आदेश नहीं मानता।