राजधानी पटना में सीटीईटी और बीटीईटी के शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर भिक्षाटन करने उतर गए। पास में डिग्री होने के बावजूद हाथो में कटोरा लेकर सड़को पर दो रुपए तो किसी से 5 रुपए मांगने लगे। इस दौरान सभी अभ्यर्थी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में भी भीख मांगने पहुंच गए।
जहा दफ्तर में मौजूद बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से अभ्यर्थी कटोरा सामने रख कर भीख मांगने लगे। और कहा की आपने 19 लाख नौकरी का देने का वादा किया था लेकिन आपने नौकरी तो दिया नहीं 2 रुपए हो दे दीजिए। उसके बाद अभ्यर्थी बीजेपी के ऑफिस से निकलने के बाद राजद और जेडीयू के दफ्तर में भी पहुंचे ।
अभ्यर्थियों ने बताया की हमलोग प्रारंभिक शिक्षक के अभ्यार्थी है। जिनकी बहाली कक्षा से 1 से लेकर कक्षा 8 तक के लिए होनी थी। हमारी वैकेंसी साल 2019 के जून में निकली थी और 2019 में ही परीक्षा हुई और करीब 1 लाख 30 हजार अभ्यर्थी क्वालीफाई हुए थे।
लेकिन आज पूरे 3 साल हो गए हैं। लेकिन हमे अभी तक नौकरी नही दी गई हैं। आखिर कब तक हमलोग बेरोजगार भटकेंगे। सरकार अपने कानो में रुई डालकर सो गई है। उन्हे कोई फर्क नहीं पर रहा की युवा बेरोजगार मारे या जिए। सरकार को हमे विद्यालय भेजना चाहिए था तो हमे सड़को पर भेज दिया है सरकार ने। हम मजबूर है भीख मांगने के लिए। हमारे पास अब खाने को भी पैसे नही है।
तो वही दूसरे अभ्यर्थी ने कहा की मेरे कटोरे में 25 रुपया जमा हो गया है। अब ऐसे ही पैसे कमाना है। राहगीरों से मांगते रहेंगे। क्यों की सरकार तो नौकरी दे नही रही है।हमलोग सीटीईटी क्वालीफाई स्टूडेंट है लेकिन देखिए हमारा क्या हाल हो गया हैं। खाने को पैसे नही हाथो में कटोरा और भीख मांग रहे। सरकार से हमारी मांग है की हमलोग की जल्दी से बहाली करे। सड़को से विद्यालय भेजे ताकि बिहार में बच्चो के लिए शिक्षा व्यवस्था ठीक हो सके।