आगरा में नाबलिग के साथ एक ऐसा ममला सामने आया है तो हैरान करने वाला है। नाबालिग का भविष्य क्या होगा और उस अजन्मे के लिए अब क्या किया जाएगा? इस सवाल का जवाब अभी तक जिम्मेदारों द्वारा नहीं दिया गया है।
पुलिस मामले को रफा-दफा करना चाहती थी। मगर, बाल आयोग ने मामले को संज्ञान लेकर सीएमओ को स्वास्थ्य परीक्षण और थाना पुलिस को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि 30 अप्रैल को थाना सिकंदरा क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की सड़क पर नशे की हालत में बेहोश मिली थी। सिटी चाइल्ड लाइन ने थाना सिकंदरा को सूचना दी थी और उसे इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था।
होश आने पर वो मेडिकल के लिए तैयार नहीं हो रही थी। काउंसलिंग के बाद वो तैयार हुई थी और मेडिकल रिपोर्ट में वो गर्भवती निकली थी। बच्ची का पिता नशे का आदी है और मां को घर से भगा चुका है।
अकेले घर में रहने के दौरान जो भी मिला, उसने उसे हवस का शिकार बनाया और अब उसे खुद नहीं पता कि आखिर उसके पेट मे पल रहे बच्चे का पिता कौन है। मासूम के साथ हैवानियत के इस मामले पर एसएसपी सुधीर कुमार ने बयान जारी कर लड़की के पड़ोस के रहने वाले नाबालिग लड़के पर बहला-फुसला कर संबंध बनाने की बात कही थी और युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के निर्देश दिए थे।