दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में मुख्य आरोपी के खिलाफ धन शोधन के आरोपों की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र लिखा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि अंसार (35) जहांगीरपुरी के बी-ब्लॉक का निवासी है.
हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई एक शोभायात्रा के दौरान 16 अप्रैल को हुई हिंसा का मुख्य षडयंत्रकारी होने का उस पर आरोप है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘ अंसार के खिलाफ आरोपों की जांच पीएमएलए (धन शोधन रोकथाम अधिनियम) के तहत करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक को एक पत्र लिखा गया है.’’
अस्थाना ने ईडी निदेशक संजय कुमार मिश्रा को पत्र लिखा है
पुलिस ने कहा कि शुरूआती जांच के दौरान यह सामने आया है कि अंसार के कई बैंक खातों में रुपये हैं और उसके पास कई संपत्ति भी हैं, जिन्हें कथित तौर पर जुआ की रकम से खरीदा गया.
अधिकारी ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘हमने संबद्ध एजेंसी (ईडी) से अंसार के मामले में धन शोधन के पहलू की जांच करने और उसके बैंक खाते का विवरण तथा उसके पास मौजूद संपत्ति का विश्लेषण करने का अनुरोध किया है.
ताकि यह पता चल सके कि यह धन किसी ने एक मकसद से दिया था, या उसने यह धन जुआ जैसे अवैध माध्यम से हासिल किया। इससे हम कड़ियां जोड़ सकेंगे. ’’
उल्लेखनीय है कि धन शोधन की जांच के दौरान ईडी को किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने और उसकी संपत्ति कुर्क करने का अधिकार है.
पुलिस के मुताबिक, अंसार को मारपीट के दो मामलों में पूर्व में संलिप्त पाया गया था और उसे गिरफ्तार भी किया गया था. जुआ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत उस पर पांच बार मामला भी दर्ज किया जा चुका है.
पुलिस ने बताया कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो किशोरों को भी पकड़ा गया है