उत्तर प्रदेश विधान सभा के तीसरे चरण में हाथरस में 20 फ़रवरी को मतदान होना है और इस मामले का जिक्र चुनाव प्रचार में भी हो रहा है। इस दौरान पीड़ित गाँव और पीड़ित परिजनों से बात किया गया।
वहीं गाँव के प्रधान नरेंद्र सिसोदिया ने चौंकाने वाला बयान दिया है। प्रधान नरेंद्र सिसोदिया ने कहा, “अब ग़लती हो जाती है ग़लती हुई है, इसमें एक लड़के की ग़लती है, पूरे क्षेत्र को पता है, सबको पता है लेकिन तीन निर्दोष हैं, मैं जानता हूँ, वहां गया हूँ मैं ! “
सिसोदिया इस बात को दोहराते रहे कि इस मामले में केवल एक ही दोषी है और बाकी तीन लोगों को फंसाया गया है। उन्होंने कहा, “जो दोषी है उसके लिए कार्रवाई करें तो अच्छा रहेगा।”
मामला अदालत में चल रहा है लेकिन सिसोदिया का कहना है कि पीड़ित परिवार को इस बारे में सोचना चाहिए कि जो उनकी नज़र में दोषी हैं हो सकता है वो असलियत में दोषी न हों। सिसोदिया का कहना है कि इस सोच के साथ पीड़िता के परिवार को आरोपियों का परिवार का पक्ष लेना चाहिए।
गौरतलब है कि इस घटना के बाद सरकार ने वादा किया था इस परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवज़ा, एक घर और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का पीड़िता के भाई ने कहा कि जो वादे किए गए थे वो अब तक पूरे नहीं किए गए।
उन्होंने कहा, “जो मुआवज़ा था वो उसी समय दे दिया गया था, डेढ़-साल हो चुका है लेकिन नौकरी की बात करने के लिए सरकार की तरफ़ से कोई भी यहाँ पर नहीं आया है. और न ही आवास के लिए.”