मांगों के समर्थन में गाजियाबाद जिले में सोमवार से एंबुलेंस चालकों ने हड़ताल शुरू कर दी है। ऐसे में एंबुलेंस चालक काम पर नहीं होंगे।
इस वजह से मरीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने में पेरशानी होगी।
हालांकि, आपात सेवाओं के लिए तीन एंबुलेंस सेवाएं देती रहेंगी। चालकों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती हैं, वे काम पर नहीं लौटेंगे. हड़ताल की वजह से 102, 108 और एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस सेवा ठप हो गई है।
गाजियाबाद में जिले में 102, 108 और एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस सेवा कुल मिलाकर 38 एंबुलेंस तैनात हैं।
एएलएस एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष बृजमोहन ने बताया कि पिछले तीन दिनों से सभी एंबुलेंस चालक एमएमजी अस्पताल में धरना दे रहे थे।
साथ ही अल्टीमेटम दे रखा कि अमर मांगे नहीं मानी गई तो सोमवार से हड़ताल पर चले जाएंगे। इसी वजह से काम ठप कर हड़ताल शुरू कर दी है।
इमरजेंसी सेवाओं के लिए लोनी, भोजपुर और गाजियाबाद में एक एक एंबुलेंस सेवाएं देती रहेंगी। सारी एंबुलेंस संयुक्त अस्पताल के पास खड़ी कर दी गई हैं।
क्या है मामला?
उत्तर प्रदेश शासन ने एंबुलेंस संचालन की जिम्मेदारी चिकित्स हेल्थ लिमिटेड कंपनी को दे दी है, जबकि पूर्व में इसका संचालन जीवीके कंपनी द्वारा किया जा रहा है।
अब कंपनी अपने स्तर से कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर काम कर रही है, जिससे करीब 1200 कर्मचारियों की नौकरी पर संकट आ गया है।
एएलएस एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष बृजमोहन ने कहा कि कंपनी ने नई नियुक्ति के लिए नोटिस जारी किया है।
हमारी मांग है कि पुराने कर्मचारियों को ही समायोजित किया जाए व उनके वेतन में भी कोई कटौती नहीं की जाए।
एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) 5
एंबुलेंस 102 -17
एंबुलेंस 108-16