इजरायली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए पत्रकार, नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी का मुद्दा गरमाया हुआ है। आज भी संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे को लेकर हंगामा होने के आसार हैं। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने इस मुद्दे को लेकर आज लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
वहीं कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। साथ ही कांग्रेस के दोनों सदनों के सांसद जासूसी मामले और किसान आंदोलन को लेकर गांधी मूर्ति के पास विरोध प्रदर्शन करेंगे।
वहीं दूसरी तरफ संसद से चंद मिनटों की दूरी पर प्रदर्शनकारी किसानों ने गुरुवार से किसान संसद की शुरुआत की है। शुक्रवार को जंतर मंतर पर आयोजित किसान संसद के दूसरे दिन के लिए दिल्ली की सीमाओं से किसानों का जत्था रवाना हुआ।
इस जत्थे में करीब 200 किसान शामिल हैं। गुरुवार को किसान संसद के पहले दिन करीब 10 राज्यों के किसानों ने भाग लिया। इस दौरान राकेश टिकैत, बलवीर सिंह राजेवाल, रुलदू सिंह मानसा सहित कई किसान नेता भी मौजूद रहे।
बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों की आलोचना करते हुए उन्हें ‘‘मवाली’’ करार दिया। उन्होंने यह टिप्पणी किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई कथित हिंसा के बारे में पूछे गए सवाल पर की। टिप्पणी पर विवाद खड़ा होने के बाद लेखी ने ट्वीट किया कि उनकी बात को ‘‘तोड़-मरोड़कर’’ पेश किया गया है और यदि कोई आहत हुआ है तो वह अपने शब्द वापस लेती हैं।