तमिलनाडु पुलिस ने 19 जून को केरल के पलानी मंदिर परिसर में एक 40 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की जांच के लिए डिंडीगुल की पुलिस अधीक्षक, रावली प्रिया की अध्यक्षता में एक विशेष टीम का गठन किया है।
तमिलनाडु की पीड़ित महिला उसका पति अब केरल के कन्नूर जिले के थालास्सेरी में रह रहे हैं। जब यह घटना हुई तमिलनाडु के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर पलानी की तीर्थ यात्रा पर निकले थे। भगवान मुरुगन मंदिर के पीठासीन देवता हैं।
महिला उसके पति द्वारा थालास्सेरी पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद, तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), सी. सिलेंद्र बाबू ने केरल में अपने समकक्ष, डीजीपी, अनिल कांत के आदेश के बाद एक विशेष टीम का गठन किया।
प्राथमिकी के मुताबिक जब पति शाम के लिए खाना खरीदने पास के रेस्टोरेंट में गया तो तीन सदस्यीय गिरोह उसे जबरदस्ती पास के लॉज में ले गया उसका यौन शोषण किया। बचाव के लिए दौड़े उसके पति को लॉज मालिक उसके गुंडों ने पीटा।
महिला के पति ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने पलानी पुलिस से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की महिला के रिहा होने के बाद जब वह पुलिस से संपर्क किया तो अधिकारियों ने परिवार को धमकी दी।
घटना से परिवार आहत था थालास्सेरी पहुंचने के बाद उन्होंने किसी को घटना की जानकारी नहीं दी लेकिन महिला की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने पुलिस को सूचित किया परिवार द्वारा केरल के डीजीपी अनिल कांत को एक ई-मेल भेजे जाने के बाद एक औपचारिक शिकायत दर्ज की गई।
थालास्सेरी के डीवाई एसपी मूसा वल्लिकादान ने आईएएनएस को बताया, जांच जारी है मैंने कन्नूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में महिला का बयान लिया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। हालांकि, मेडिकल कॉलेज में मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, प्राइवेॉ पार्ट में चोट के निशान नहीं है। होसकता है कि चोट के निशान अबतक ठीक हो गए होंगे क्योंकि यह घटना लगभग तीन सप्ताह पहले 19 जून को हुई थी।
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