कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है। जिस कारण पूरे देश को 21 दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
लॉकडाउन को बनाए रखने और कोरोना से बचने के लिए लगातार सरकार और स्थानीय प्रशासन के अलावा पुलिस के द्वारा लोगों को घरों से ना निकलने के लिए और सोशल डिस्टेस रखने की अपील की जा रही है।
लेकिन इन सारे प्रयासों के बीच लोग घरों से बाहर निकल रहे है। कई जगहों पर लोगों को निकलने के अपने कारण है। लेकिन देश में बड़ी संख्या में लोग अंधविश्वास के कारण घरों से निकलने के लिए मजबूर हैं।
अंधविश्वास से कोरोना की खत्म करने की बता सुनकर लोग अपने घरों से निकल कर एकजुट हो रहे है। जहां सरकारें सोशल डिस्टेंस में लोगों के रहने की बात कर रही हैं। वहीं अंधविश्वास वायरस को रोक तो नहीं रहा लेकिन वायरस के प्रभाव को बढ़ाने का न्यौता जरूर दे रहा है।
1- मध्य प्रदेश के बयावाड़ी गांव में पेड़ के नीचे देवी हुई प्रकट:
सरकार द्वारा ल़ॉकडाउन के प्रयासों के बीच मध्य प्रदेश के बयावाड़ी गांव में महुए के पेड़े से देवी प्रकट होने की अफवाह फैलाई गई। जिसके कारण सैकड़ों की संख्या में लोग जान को जोखिम में डालकर पेड़ क पास पहुंच गए।
कोरोना वायरस की भय के बीच में गांव में अफवाह फैलाई गई थी कि गांव के महुए के पेड़ के पास एक महिला ने खुद को देवी का अवतार बता दिया साथ ही उस महिला ने लोगों को चमत्कार से ठीक करने का दावा भी किया। जिसके बाद लोगों ने कोरोना जैसी बीमारी से बचने के लिए पेड़ के आस-पास पहुंचना शुरू कर दिया
2- रामायण के बाल कांड से मिल रहा बाल :
रामायण के बाल कांड में भगवान राम के बचपन का ज्रिक है। लेकिन देश में राम को पढ़ने की जगह लोग अंधविश्वास की तरफ बढ़ रहे है। लोग कोरना से बचने के लिए रामचरितमानस के पन्ने पलट बाल की खोजबीन में लगे हुए हैं।
कोरोना वायरस से बचने के लिए पूरे देश में सोशल मीडिया के साथ ही शहरों और गांवों में यह खबर तेजी से वायरल हो रही है कि रामायण के बाल कांड में बाल मिल रहा है।
यह बाल पवित्र है और इसको पानी के साथ पीने से कोरोना वायरस ठीक हो जाता है या होता ही नहीं है।
सोशल मीडिया में ऐसे कई वीडियों में जिसमें लोग दीया जला या हाथ पैर धो कर पन्ने को पलटते हुए बाल कांड के पन्नों में पहुंच कर बाल मिलने का दावा कर रहे है।
3- कोरोना को भगाने के लिए जलाए जा रहे दीये
कोरोना से बचने के लिए अंधविश्वास का असर उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश के पुराने लखनऊ के चौक, ठाकुरगंज के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी लोग घरों के बाहर और मंदिरों में घी दीपक जला रहे हैं। लोगों का कहना है कि परिवार के हर सदस्य के ऊपर जलता हुआ
4- कुओं में डाला जा रहा है हल्दी का पानी
कोरोना को लेकर फिरोजाबाद में एक अलग ही अंधविश्वास है। फिरोजाबाद के जसराना क्षेत्र में सोमवार को अचानक ग्रामीण महिलाओं ने हल्दी का पानी बना कर उसे घर के आसपास के कुंओं में डालना शुरू कर दिया।
इसको क्रिया को करने पर महिलाओं का कहना है कि उनके पास इसकी जानकारी आई है कि वो जितना हो सके हल्दी का पानी कुंए में डाले। इससे कोरोना जैसी बीमारी को नियंत्रण मे किया जा सकत है। जिसके बाद से ही सैकड़ों महिलाओं ने बंद पड़े कुओं में भी हल्दी का पानी डालना शुरू कर दिया है।
5- हरी चूड़ी पहनने और घर के बाहर गोबर व लेप का पंजा बनाने से नहीं आएगा कोरोना
ना वायरस से बचने के लिए एक तरफ जहां शासन, प्रशासन, डॉक्टरों की टीम लोगों से दूर रहने, हाथ न मिलाने, सैनिटाइजर मास्क का इस्तेमाल करने और घर पर ही रहने की सलाह दे रही है।
वहीं मध्य प्रदेश के जनपद पंचायत विजयराघगढ़ के पड़खुरी गांव में कोरोना से बचने के लिए ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले कई मोहल्लों के लोगों ने घरों में जाकर चंदा इकट्ठा कर उससे चूड़ी और महावर खरीदना शुरू कर दिया। महिलाओं ने रही चूड़ी पहनी और महावर को लगाया।
7- रात को सोने से पत्थर होने का खतरा
उत्तर प्रदेश के कई गांवो में कोरोना वायरस को लेकर रात को जागने के लिए अफवाहें फैल रही है जिसके कारण लोग रातों में जग रहे है। वायरल हो रही खबर में उत्तराखंड के किसी गांव के जमीन में समा दिए जाने की बात की जा रही है जिसमें 5 लोगों के मरने की बात भी की जा रही है। इसके अलावा एक गांवों में लोगों के पत्थर बन जाने की बात भी की जा रही है।
9- आटे के दीए जलाने से नही फैलेगा कोरना
पूर्वांचल के इलाको में ये अफवाह चल रही है कि घर के आगे दीए जलाने से कोरोना वायरस नहीं फैलेगा। कहीं-कहीं ये दीए आटे के बनाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि जिसके घर में जितने पुरुष हैं उतने दीए जलाए। जिसका नतीज़ा ये हुआ है कि इलाके में दीवाली जैसा माहौल हो रखा है। दीए जलाने के चक्कर में लोग घरों से निकल रहे हैं। और वायरस फैलने का खतरा बढ़ रहा है।