सागर : सामाजिक जीवन में हर किसी की इच्छा होती है कि वह अच्छा पहने और अच्छा खाए। अपनी इन इच्छाओं को पूरा करने के लिए व्यक्ति मेहनत करके कमाता भी है। लेकिन अगर आपको बताया जाये की अपनी इन इच्छाओं को पूरा करने के लिए व्यक्ति ने हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया तो सुनकर हैरानी ज़रूर होगी।
मध्यप्रदेश के सागर जिले में ऐसा ही मामला सामने आया है। यहाँ एक छात्र के अच्छे कपड़े पहनने के शौक ने अपने ही परिवार के तीन लोगों की जान ले ली।
ट्रिपल मर्डर की इस वारदात को अंजाम देने के बाद उस नौजवान कातिल ने पांच हजार रुपये का सूट खरीदा और अगले दिन स्कूल की फेयरवेल पार्टी में शामिल हुआ। घटना के बाद 4 दिन तक वो अपने घरवालों की लाश के साथ घर में ही रहा। लेकिन लाशों के सड़ने की बदबू ने इस कत्ल का राज बेपर्दा कर दिय।
ख़बरों के अनुसार नाबालिग आरोपी 12 वीं का छात्र है। 24 जनवरी के दिन उसने अपनी मां से 1500 रुपये मांगे तो मां ने इनकार कर दिया। इस बात पर उसे इतना गुस्सा आया कि उसने बिना कुछ सोचे अपनी मां का गला घोंटकर उसे मार डाला। आरोपी के पिता रामगोपाल पटेल रिटायर्ड सेना नायक थे। कुछ देर बाद वो घर पहुंचे तो पत्नी का हाल देखकर उनके होश उड़ गए।
इससे पहले कि वो पूरा मामला ठीक से समझ पाते, आरोपी बेटा उन्हीं की 12 बोर वाली लाइसेंसी बन्दूक लेकर उनके सामने आ गया। उसने तेज़ आवाज़ में टीवी चला दिया और फिर अपने पिता पर दो गोली दाग दी। कुछ ही पल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
इसके बाद आरोपी छात्र अपने छोटे भाई आदर्श को कोचिंग से लेकर आया। फिर उसने उसे अपनी करतूत बताई। छोटा भाई ये सब सुनकर रोने लगा तो उसने अपने छोटे भाई को भी नहीं बख्शा और उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।
कातिल इस बात से बेपरवाह था कि आने वाले वक्त में उसका क्या हश्र होगा। वारदात के दिन ही उसने कुछ खरीदारी भी की। रात में लाशों के साथ वो घर में रहा।
सागर के एसपी अमित सांघी ने बताया कि अगले दिन यानी य 25 जनवरी को आरोपी अपने स्कूल पहुंचा और वहां आयोजित फेयरवेल में पार्टी में शामिल हुआ। उस दिन उसने पांच हजार रुपये का सूट पहना था। पार्टी में उसने अपने दोस्तों के साथ जमकर फोटोशूट कराया।
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के मुताबिक पार्टी के अगले दिन यानी 26 जनवरी को वो स्कूल में आयोजित गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में मौजूद रहा। इसी तरह से कत्ल की वारदात को चार दिन बीत चुके थे।
तीनों लाशें उसके घर में ही पड़ी रही और आरोपी 4 दिन तक दिन के साथ रहा जबकि रात को दोस्तों के घर पर भी गया। लेकिन 28 जनवरी को एक पड़ोसी ने मकरोनिया थाने को सूचना देते हुए बताया कि घर का ताला बंद है और वहां से बदबू आ रही है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर जा पहुंची।
पुलिस घर का ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो कमरे का मंजर देखकर सब हैरान रह गए। सामने तीन लाशें मौजूद थी। मौका-ए-वारदात से पुलिस को एक नोट भी बरामद हुआ। जिसमें लिखा था कि जो किया, उसकी सजा सिर्फ मौत है। पुलिस ने घर की जांच पड़ताल की और तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।
पुलिस को पता चल गया था कि घर का एक सदस्य गायब है। यानी घर का बड़ा बेटा। पुलिस उसे तलाश कर रही थी। तब तक पुलिस को हत्यारे के बारे में जानकारी नहीं थी।
ख़बरों के अनुसार नाबालिग आरोपी बस से ललितपुर चला गया था। लेकिन जब वह लौटकर आया तो किसी शख्स ने इस बारे में थाने को सूचना दी। पुलिस ने नाबालिग युवक को हिरासत में ले लिया। जब उससे पूछताछ की गई तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया। कातिल ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया।