उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को मुज़फ्फरनगर जिले में 14 वर्षीय एक दलित लड़की के साथ बलात्कार करने और उसकी हत्या करने के मामले में सात लोगों को नामजद किया है।
पुलिस ने कहा कि वे अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं कर सके हैं क्योंकि सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं। बच्ची का शव शुक्रवार को नगर-कोतवाली के रोहना इलाके में एक ईंट भट्ठे में उसके घर के पास जहां वो काम करती थी, जली हुई अवस्था में मिला। शव परीक्षा ने बताया कि उसकी मौत दम घुटने से हुयी है।
जबकि लड़की की हत्या और दुष्कर्म के मामले में लोगो ने शंका जताया था जिसके लिए के सामाजिक संगठनो ने प्रदर्शन भी किया था और पुलिस थाने का घेराव भी किया था
क्षेत्र के सर्किल अफसर ने कहा, “पीड़ित के पिता द्वारा ईंट भट्ठा मालिक और छह अन्य के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, हत्या और एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम की धाराओं के तहत एक शिकायत के आधार पर प्रथम प्राथमिकी दर्ज की गई है।”
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उन्होंने कहा, “बलात्कार के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन जांच लंबित है और सबूत के अनुसार गिरफ्तारी की जाएगी।” लड़की के पिता ने अपनी शिकायत में कहा कि वह 23 मई को अपनी बेटी और 12 साल के बेटे को छोड़कर अपनी बीमार पत्नी से मिलने उसके गाँव वापस गए थे।
लड़की के पिता राज सिंह का आरोप है कि ईंट भट्ठा मालिक और एक एकाउंटेंट सहित सात लोगों ने उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया और फिर उसे जिंदा जला दिया।मृतका का शरीर इस कदर जल चुका था की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में बलत्कार की घटना की पुष्टि संभव न है।
पुलिस उप अधीक्षक हरीश भदौरिया ने कहा कि लड़की के पिता ने अपना प्रारंभिक बयान बदल दिया था जिसमें उसने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार और हत्या का उल्लेख नहीं किया था। भदौरिया ने कहा, “हम मामले में हर एंगल पर जांच कर रहे हैं। हम मजिस्ट्रेट के समक्ष शिकायतकर्ता का बयान दर्ज कराएंगे।”
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पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है। दलित संगठन भीम आर्मी के सदस्यों ने परिवार के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने का आश्वासन दिया है। संगठन के जिला प्रमुख कमल वालिया ने कहा, “हमने एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) से कहा है कि अगर कोई न्याय नहीं होता है, तो हम एक जिला व्यापी बंद का ऐलान करेंगे।”
गौरतलब ऐसा पहली बार नहीं है. ऐसी जगह जहाँ पुरुष लोग काम करते है। वह चाहे भट्टा हो या शहरी क्षेत्रो में काम करने वाले मज़दूर जहाँ सब रहते है। वंहा इस तरह की घटनाये अक्सर आया करती है। लेकिन आवाज दब कर रह जाती है।